यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में मशरूम की खेती पर विशेषज्ञ वार्ता

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 छात्रों को उद्यमिता के लिए किया प्रेरित

     जयपुर। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, वटिका, जयपुर के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल द्वारा आज एक विशेष विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया गया। इस सत्र में कृषि विभाग के प्रो. (डॉ.) कुलदीप शर्मा ने मशरूम की उपज, प्रकार और उससे होने वाले लाभ के बारे में गहन जानकारी दी।

छात्रों को मिली व्यवसायिक अवसरों की जानकारी

     इस वार्ता में छात्रों को मशरूम की खेती और प्रसंस्करण के वैज्ञानिक और आर्थिक पहलुओं से अवगत कराया गया। साथ ही, इस क्षेत्र में स्वरोजगार और व्यवसायिक अवसर कैसे प्राप्त किए जा सकते हैं, इस पर भी विशेष चर्चा की गई। डॉ. शर्मा ने बताया कि मशरूम की खेती न केवल कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाला व्यवसाय है, बल्कि यह पोषण और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी है।

प्रमुख सदस्य रहे उपस्थित - इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. एस.के. यादव, डॉ. सागर कुमार, जे.पी. कुशवाहा और डॉ. संजय सिंह प्रमुख रूप से शामिल थे।

वाइस चेयरमैन डॉ. अंशु सुराना का संदेश - यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर के वाइस चेयरमैन डॉ. अंशु सुराना ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा:

     "इस तरह के कार्यक्रम छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक ज्ञान भी प्रदान करते हैं। मशरूम उत्पादन जैसी कृषि आधारित तकनीकों से विद्यार्थी स्टार्टअप और उद्यमिता की ओर प्रेरित होते हैं। विश्वविद्यालय भविष्य में भी इस प्रकार की विशेषज्ञ वार्ताओं का आयोजन करता रहेगा, जिससे छात्रों को नवाचार और अनुसंधान के नए आयाम मिल सकें।"

कृषि और नवाचार की दिशा में अहम कदम

     यह कार्यक्रम कृषि क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ, जिससे उन्हें नई तकनीकों, बाजार की संभावनाओं और उद्यमिता की दिशा में मार्गदर्शन मिला। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी का यह प्रयास छात्रों को कौशल आधारित शिक्षा से जोड़ने और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए अत्यंत सराहनीय है।