यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर में ‘शब्दों की यात्रा: कविता में मन की उड़ान’ पर प्रेरणादायक सत्र का आयोजन

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     जयपुर । यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर में विद्यार्थियों के लिए एक विशेष सत्र "शब्दों की यात्रा: कविता में मन की उड़ान" का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों ने कविता की गहराइयों को समझा और साहित्य की समृद्ध परंपरा से परिचित हुए।

     मुख्य अतिथियों का सम्मानजनक आगमन - इस आयोजन के मुख्य अतिथि कैप्टन गरिमा गणेशिया (बोइंग 777 पायलट, राजस्थान गौरव अवार्ड विजेता) और डॉ. मीनू पराशर (प्रसिद्ध लेखिका एवं कवयित्री, कतर) रहीं।विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. हुकुम चंद गणेशिया ( प्रसिद्ध कानून विद्) उपस्थित रहे। 

     प्रेरणादायक संबोधन और काव्य प्रस्तुतियां - कार्यक्रम में कैप्टन गरिमा गणेशिया ने अपने प्रेरणादायक भाषण में विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास बनाए रखने की सीख दी। उन्होंने कहा:

     "आसमान में उड़ने के लिए पंखों से ज्यादा ज़रूरी है आत्मविश्वास और मेहनत। जिस तरह एक पायलट किसी भी विपरीत परिस्थिति में अपने विमान को सुरक्षित उड़ान देता है, उसी तरह जीवन में भी चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ना चाहिए।"

     इसके बाद डॉ. मीनू पराशर ने अपनी शानदार काव्य प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा:- "कविता केवल शब्दों की अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि हृदय की भावनाओं का एक दर्पण है, जो आत्मा को छूता है और मन को नई ऊंचाइयों तक ले जाता है।"

     डॉ. हुकुम चंद गणेशिया  ने  अपने प्रेरणादायक भाषण दवारा कविता और साहित्य की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कविता समाज की संवेदनाओं को समझने और व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है।

     डॉ. अंशु सुराना (वाइस चेयरमैन) का संदेश - "साहित्य और कविता समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को भाषा, संस्कृति और भावनात्मक अभिव्यक्ति को समझने का अवसर मिलता है। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी हमेशा ऐसे रचनात्मक मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां विद्यार्थी अपने विचारों को स्वतंत्र रूप से व्यक्त कर सकें।"

      डॉ. रीता बिष्ट (आयोजक एवं शिक्षाविद्) का संदेश - "यह आयोजन हमारे छात्रों के लिए एक अनमोल अवसर था, जहां उन्होंने कविता और साहित्य की नई ऊंचाइयों को समझा। कविता एक कला है जो शब्दों के माध्यम से दिलों को छूती है और आज का सत्र इसी भावना को दर्शाने में सफल रहा।" इस पूरे कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. अपर्णा सोनी किया।

     यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी के प्रो वी.सी. डॉ अंकित गाँधी ने  बताया यह कार्यक्रम न केवल साहित्य और काव्य प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक रहा, बल्कि विद्यार्थियों को कविता, प्रेरणा और आत्मविकास का संगम अनुभव करने का भी अवसर मिला। विश्वविद्यालय ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी विद्यार्थियों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।