कविराज प्रेमी जी को अन्तरराष्ट्रीय गीत गौरव सम्मान-2024 से अलंकृत किया गया

News from - अरविन्द चित्रांश  

     आजमगढ़। भारतीय लोक संस्कृति एवं भोजपुरी भाषा साहित्य कला संस्कृति के सर्वांगीण विकास हेतु राष्ट्रीय कला सेवा संस्थान द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी संगम भारत-2024 में अंतराष्ट्रीय लोककला एवं साहित्य महोत्सव आजमगढ़ में हुए सम्मेलन के दौरान किसी कारणवश शामिल नहीं हो पाने के कारण आज वृद्ध जन दिवस के शुभ अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता, प्रमुख समाजसेवी, तमसा अभियान के अग्रज प्रवीण कुमार सिंह के गोरठ स्थित आवास पर आयोजन समिति के सदस्य, चित्रांश महासभा के अध्यक्ष सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, द मीडिएटर इन्फो मीडिया के संपादक संजय राही और अंतरराष्ट्रीय संयोजक अरविंद चित्रांश द्वारा सामूहिक रूप से जनपद के वरिष्ठि साहित्यकार, राष्ट्रीय संचालक, गीतों की दुनिया के बादशाह, कविराज प्रभु नारायण "प्रेमी" जी का अंतरराष्ट्रीय अभिनंदन और सम्मान किया गया।

     इस अवसर पर संस्था द्वारा अंग वस्त्र, सम्मान पत्र स्मृति चिन्ह एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।  प्रेमी जी का सम्मान आजमगढ़ ही नहीं पूरी दुनिया के लिए ऐसे प्रसिद्ध गीतकार, कविराज "प्रेमी" जी का अंतर्राष्ट्रीय सम्मान करना संस्था के लिए गौरव की बात है। तत्पश्चात प्रमुख समाजसेवी प्रवीण सिंह ने कहा कि अरविंद चित्रांश ने जो ऐतिहासिक भोजपुरी का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कराया,यह जनपद के लिए गौरव की बात है।

     कविवर प्रेमी जी ने कहा कि संस्था के द्वारा इस गौरवशाली सम्मान से हम बहुत ही अभिभूत हैं। आप सभी के प्रति हम आभार प्रकट करते हैं। साहित्यकार संजय कुमार पांडेय ने कहा कि भारतीय लोक संस्कृति एवं भोजपुरी भाषा में अंतरराष्ट्रीय महोत्सव का होना अपने आप में बेमिसाल है।

      अंतर्राष्ट्रीय संयोजक अरविंद चित्रांश ने कहा कि आज हम सभी श्री प्रेमी जी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलंकृत करते हुए गौरवनित महसूस कर रहे हैं। हम उनके स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं, क्योंकि ऐसे साहित्यकार धरती पर नहीं रहेंगे तो साहित्य और गीतों की पूजा कैसे हो पाएगी। इस अवसर पर उनके पुत्र युवा कवि हृदय की धड़कन संजय पांडेय "सरस" जी का मौजूद रहना पीढ़ी दर पीढ़ी कवि परंपरा का निर्वहन करना ऐतिहासिक बात है।