News from - गौरव श्रीवास्तव
ITI के हज़ारों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़
आगरा। आगरा आई॰टी०आई॰ की पुनः प्रयोगात्मक परीक्षा का निजी कॉलेज संचालकों / एसोसिएशन ने बहिष्कार कर दिया है। मंगलवार से शुरू हुई पुनः प्रयोगात्मक परीक्षाओं को निजी आईटीआई संचालकों ने नही करवाया।
संचालकों का कहना है कि जुलाई में हुई परीक्षा में लगभग 12000 छात्र परीक्षा में बेठे थे। उनमें से 3000 छात्रों का परीक्षा परिणाम घोषित हो गया है जबकि 9000 छात्रों की परीक्षा दोबारा करवायी जा रही है। एक ही आईटीआई के कुछ बच्चो का परिणाम आ गया है जबकि उसी आईटीआई की दूसरी ट्रेड का रिज़ल्ट नही निकला गया है। यह भेद भाव पूर्ण रवैया अपनाया गया है।
हज़ारों छात्र- छात्रायें रिज़ल्ट ना आने के कारण नौकरी जोईन नही कर पा रहे है और बेरोज़गार घूम रहे है। इस सम्बंध में आगरा के जेडी योगेन्द्र सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने इसका पूरा दायित्व डीजीईटी भारत सरकार पर डाल दिया। जबकि सूत्रों से मिली जानकारी पर यह पता चला कि जुलाई में हुए प्रयोगात्मक परीक्षा की सबसे पहले शिकायत डीजीईटी दिल्ली को योगेन्द्र सिंह द्वारा ही की गयी थी।
निजी आईटीआई एसोसिएशन के पदाधिकारी आज डीजीईटी दिल्ली अपनी बात रखने गए है। फ़िलहाल दोबारा परीक्षा होने से हज़ारों छात्र परेशान है और नौकरी ना कर पाने से उनमें रोष फैल रहा है।