News from - अभिषेक जैन बिट्टू
दिवंगत मुनि तरुण सागर महाराज पर विवादित टिप्पणी मामला
जयपुर। कड़वे प्रवचनों के लिए विख्यात दिवंगत दिगम्बर जैन मुनि तरुण सागर महाराज पर रविवार को टीआरएस नेता द्वारा ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुनि तरुण सागर महाराज की पुरानी तस्वीर साझा कर विवादित टिप्पणी की गई, अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विवादित टिप्पणी को लेकर जैन समाज मे भारी आक्रोश है और अब वह टीआरएस से सार्वजनिक माफी की मांग कर रहे है।
माफी नही मांगने पर कानूनी कार्यवाही की चेतावनी दी गई है जिसको लेकर अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ ने मंगलवार को राजधानी जयपुर से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा है। वही दूसरी तरफ सकल जैन समाज प्रतापगढ़ द्वारा मौन जुलूस निकाल राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया है।
अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने जानकारी देते हुए बताया कि देश का प्रत्येक साधु पूजनीय और सम्मानीय है किंतु राजनीति से टीआरएस के नेता जैसे लोग अपने व्यक्तिगत हितों को साधने के चक्कर मे और धर्म के नाम पर जनता को आपस मे लड़वाने के चलते विवादित टिप्पणी कर माहौल खराब करते है। जिससे जाति, धर्म और समाज में माहौल खराब होता है। नागरिकों की धार्मिक भावनाएं आहत होती है। देश के कानून में ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि किसी भी जाति, धर्म और समाज पर टिप्पणी करने से पहले नेता 10 बार विचार करे।
जैन ने कहा कि रविवार को तेलंगाना के टीआरएस नेता ने प्रधानमंत्री पर टिप्पणी करने के चलते उनकी दिवंगत दिगम्बर जैन मुनि तरुण सागर महाराज के साथ वाली वर्षो पुरानी फ़ोटो साझा की ओर विवादित टिप्पणी कर जैन समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत किया। जबकि हकीकत में उनकी इस टिप्पणी या प्रधानमंत्री से विवाद का मुनि तरुण सागर महाराज का कोई वास्ता नही है, उसके बावजूद टीआरएस नेता ने मुनि श्री को "काली बिल्ली और तांत्रिक" संबोधित कर सम्पूर्ण भारतवर्ष के जैन समाज का अपमान किया है।
जबकि राष्ट्र संत मुनि तरुण सागर महाराज का देवलोकगमन हो चुका है, उसके बावजूद दिवंगत मुनि पर अभ्रद भाषा का इस्तेमाल करना यह ओछी राजनीति और मानसिक दिवालियेपन की निशानी है। मुनि श्री पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर टीआरएस नेता जब तब जैन समाज से माफी नही मांगेंगे, तब तक समाज चुप नही बैठेगा और ना अपना अपमान बर्दास्त करेगा।
जयपुर में ज्ञापन, प्रतापगढ़ में मौन जुलूस
टीआरएस नेता पर कार्यवाही की मांग को लेकर राजधानी जयपुर में अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ ने देश की राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा। वही दूसरी तरफ प्रतापगढ़ जिले में सकल जैन समाज द्वारा प्रातः 10 बजे से मौन जुलूस निकालकर विरोध दर्ज करवाया गया।
अखिल भारतीय श्री जैन श्वेताम्बर युवक महासंघ सदस्य पिंकेश पोरवाल ने बताया कि टीआरएस नेता द्वारा अव्यवहारिक, अशोभनीय एवं अभद्र टिप्पणी की है जिस पर उन्हें जैन समाज से माफी मांगनी ही होगी। मंगलवार को टीआरएस नेता पर कार्यवाही की मांग को लेकर नया मंदिर पर सकल जैन समाज एकत्रित हुआ और यहां से मौन जुलूस निकालकर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के नाम ज्ञापन।
जाति, धर्म, समाज पर टिप्पणी करने वालो के खिलाफ बने कानून, आजीवन चुनाव लड़ने पर लगे बैन
अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ टीआरएस नेता पर कार्यवाही की मांग को लेकर जो ज्ञापन राष्ट्रपति को भेज रहा है उसमें तत्काल कार्यवाही की मांग के साथ - साथ, विवादित टिप्पणी करने वालो को जेल में डालने और ऐसे नेताओं पर अजीवन चुनाव लड़ने पर बैन लगाने की मांग की है। आये दिन देखने को मिलता है कभी कोई नेता किस समाज पर टिप्पणी कर रहा है तो कभी कोई नेता दूसरे समाज, धर्म और जाति पर टिप्पणी कर भड़काते है, उन्हें आहत करते है और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं। ऐसे में सम्पूर्ण भारतवर्ष में सभी जाति, धर्म, समाज की भावनाओं का सम्मान और रक्षा दोनों होने चाहिए।