News from - Jitendra Naag
अमर पार्श्व गायक स्व. मुकेश की 46वीं पुण्यतिथि पर 17वीं मुकेश नाईट का रविवार 28.8 2022 को आयोजन किया गया.
जयपुर। कायस्थ समाज सेवा संस्थान, जयपुर द्वारा पार्श्वगायक स्व. मुकेश चंद्र माथुर की 46 वीं पुण्यतिथि पर दिनांक 28.08.2022 रविवार को स्वरांजलि के रूप में श्रद्धांजलि कार्यक्रम बिडला ऑडिटोरियम, स्टैच्यू सर्कल, सी स्कीम, जयपुर में ये मौसम रंगीन समां ठहर जरा... आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में गायक कलाकारों ने मुकेश के मधुर गीत प्रस्तुत किए.
बाल कलाकार शुभंकर सक्सेना ने किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, आध्यात्म और आविर्भाव जगधारी ने सात अजूबे इस दुनिया में आठवीं अपनी जोड़ी, आयुष माथुर ने ओह रे ताल मिले नदी के जल में, धीरज श्रीवास्तव ने जो प्यार तूने मुझे दिया था, राजेश माथुर ने तेरे प्यार को इस तरह से भुलाना न दिल चाहता है, दीपक माथुर और डॉ. प्रेरणा भंडारी माथुर ने यह मौसम रंगीन समां ठहर जरा ओ जाने जाँ, अतुल माथुर और सुमन माथुर ने महबूब मेरे, महबूब मेरे, दीपेंद्र माथुर ने मैं पल दो पल का शायर हूं, राकेश माथुर ने चांद को क्या मालूम, सत्य प्रकाश माथुर ने झूमती चली हवा याद आ गया कोई, विमल किशोर माथुर ने जिक्र होता है जब कयामत का, रीता माथुर और मोहित माथुर ने दुनिया वालों से दूर, अम्बे माथुर और पूनम माथुर ने मेरा प्यार भी तू है ये बहार भी तू है, सुरेंद्र दत्त माथुर और रेणु माथुर ने दिल की नजर से, राजीव माथुर और बेला माथुर ने किसी राह में किसी मोड़ पर, समीर भटनागर ने कहीं दूर जब दिन ढल जाए, दीपेंद्र माथुर और भावना माथुर ने धीरे धीरे बोल कोई सुन न ले.(जितेन्द्र नाग कार्यक्रम का संचालन करते हुए) |