राष्ट्र सेवा इतनी नहीं आसान, माँगे हर घड़ी बलिदान - अजीत सिन्हा

     राँची । प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक, सह प्रवक्ता अजीत सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर देश सेवा के संबंध में अपनी विचार रखते हुए कहा कि जो लोग सोंचते हैं कि सेवा करना आसान काम है चाहे अपने माता - पिता की सेवा हो या घर के बुजुर्गों की सेवा हो या समाज सेवा हो या राष्ट्र सेवा हो, वे गलत सोंचते हैं और इस हेतु वे स्वयं अपने हाथों से या स्वयं उपस्थित होकर सेवा करें तो उन्हें पता चल जाएगा कि सेवा करना कितना tough होता है लेकिन यह tedious नहीं है।

     यहां सेवा भाव में यह भी महत्वपूर्ण है कि सभी अपने - अपने ढंग से अपने लोगों की सेवा करते हैं लेकिन वही सेवा अपनों के साथ-साथ औरों के लिए करें तो वह मेवा से कम नहीं, क्योंकि सेवित लोगों के चेहरे पर जो खुशी देखने को मिलती है वही सेवक का पुरस्कार होता है. लेकिन कामना के भाव से की गई सेवा द्वितीय श्रेणी में आती है और निष्काम भाव से की गई सेवा परमात्मा की नजर में सर्वोत्तम और अद्वितीय होती है।

(अजीत सिन्हा
    आजकल राष्ट्र सेवा, समाज सेवा और धर्म सेवा एक व्यापार भी बन गई है। जो कि दुःखद है और इसके लिए पहले लगाओ फिर पाओ। ऐसे सेवक मौका मिलने पर अपने घर को भरने के चक्कर में, सेवा के नाम पर लोगों को धोखा देने से भी नहीं चूकते हैं. ये सबसे निम्न स्तर के सेवक होते हैं और द्वितीय स्तर के सेवक वे होते हैं जो पब्लिक द्वारा प्राप्त फंड का सदुपयोग करते हैं और सेवित लोगों के चेहरे पर प्राप्त खुशी को ही अपना पुरस्कार समझते हैं और सबसे उच्चतम स्तर के सेवक वे होते हैं जो अपनी हाथों से सेवा अपनी खुद की अर्जित धन को लगाकर करते हैं और लोगों को इस बात का एहसास भी नहीं दिलाते हैं कि उन्होंने उनके लिये कुछ किया हो।

     आगे अजीत सिन्हा ने कहा कि परिवार, समाज के साथ-साथ राष्ट्र सेवा करने वाले सेवक भी सेवक ही होते हैं लेकिन वे भी द्वितीय श्रेणी के होते हैं और उनका ध्यान स्व उत्थान के लिए ज्यादा और समाज एवं राष्ट्र उत्थान के लिए कम होता है जबकि सर्वोत्तम सेवक राष्ट्र सेवा हेतु अपने परिवार का त्याग करने से भी नहीं चूकते हैं जो कि सभी के बस की बात नहीं होती है. वे हर पल बलिदान हेतु तैयार रहते हैं, चाहे वह अपनी जान का बलिदान हो या अपने समय का या अपने धन का बलिदान हो. किया गया बलिदान कभी भी व्यर्थ नहीं जाता है. वे अमरत्व को प्राप्त करते हैं चाहे वह क्रांतिकारियों की समाज हो या राष्ट्रवादियों की. उनमें से प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के नेता, कार्यकर्ता समय आने पर, दोनों रूपों में बलिदान देने हेतु तैयार मिलेंगे। क्योंकि इस पार्टी से जुड़े सभी देशभक्त कट्टर ही होंगे और उनके लिये देश ही प्रथम होगा।

     इसलिये मैं अजीत सिन्हा (राष्ट्रीय संयोजक, प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी) आप सभी से आह्वान करता हूँ कि इस पार्टी में अधिक से अधिक संख्या में जुड़कर राष्ट्र सेवा हेतु अग्रसर हों और आगामी 3-4 अप्रैल को हरिद्वार में होने वाली राष्ट्र चिंतन-मनन बैठक में भाग लेकर अपने राष्ट्र के प्रति कर्ज को चुकाने हेतु कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। इस हेतु आप मुझ से मेरे Calling No #6202089385 और Whattsapp#8271555713 पर संपर्क कर सकते हैं। वंदे मातरम्, जय हिंद!