देशद्रोही आंतकवादियों को सजाए मौत क्यों नही? तिरंगे का अपमान नही सहेगा हिन्दूस्तान

      बरेली (उत्तर प्रदेश) सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद चित्रांस ने अपनी दुखित अंतरात्मा से खेद प्रकट करते हुए कहा कि -72 वें गणतंत्र दिवस को बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है लेकिन 2021 के गणतंत्र दिवस को इतिहास में सदैव याद किया जाएगा। ऐसे मौके पर किसानों को बदनाम करने के लिए बनाए गए प्लान में किसानों के स्थान पर देशर्दोही देश की गद्दार कांग्रेस,सजपा के ईशारों पर आंतकवादियों ने ताडंव मचाते हुए, किसी ने तिरंगे को लालकिले से फेंका, तो किसी ने नाले में फेंककर भारत की आन बान शान पर बट्टा लगाया। 

(चित्रांश अरविन्द सक्सेना)

     देश को आजादी दिलवाने वाले स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव सिंह, रामबहादुर सक्सेना, करतार सिंह, सुभाष चंद बोस, खुदीराम बोस जैसे महान पुरूषों को अपमानित करने वाले देशद्रोही देश के गद्दार आंतकवादियों के लिए सत्य सनातन रक्षा सेना ने केंद्र सरकार से मृत्यु दंड की मांग करने का समर्थन, स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य, नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना ने कहा क्या देश के लिए अपने तन मन धन को इसलिए न्यौछावर किया गया था कि देश में रहने वाले गद्दार राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करते हुए, देश की अंतरात्मा को झकजोर कर रख देंगे। प्रत्येक हिन्दूस्तान के नागरिकों को सौंचना चाहिए कि देश में ऐसे आंदोलन किस दिशा की और ले जाना चाहते हैं?

      स्वतंत्रता सेनानियों और देश को अपमानित करने की दंगाइयों ने कोई कोर कसर नही छोड़ी। केंद्र सरकार को ऐसे गद्दारों के लिए सख्त निर्णय क्यों नही लेने चाहिए? सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा आन्दोलन ओर माँगे नहीं कहती कि देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया जाए ओर गैर जिम्मेदाराना प्रदर्शन कर गलत दिशा दी जाए. बेवजह की मांगों को आंदोलन के नाम से अपना हित साधने वाले किसान कतई नही हो सकते। देशवासियों को  कांग्रेस, सजपा जैसी पार्टीयों का विरोध करने चाहिए, जिससॆ देश को बट्टा लगाने वालों से बचाया जा सके!