Full Report - भूपेन्द्र औझा
काग्रेंस प्रदेश पदाधिकारी -मंत्री, बोर्ड, निगम मे नियुक्ति पा सकते - माकन
सुजानगढ़ की पुनिया ने, सहाड़ा की जोशी ने, राजसंमद की अग्रवाल ने मुख्य ब्रिफ्रिगं की
भीलवाड़ा। प्रदेश की राजधानी जयपुर में बीते दिन रविवार को दोनों प्रमुख दल, सत्तारुण काग्रेंस- प्रतिपक्ष भाजपा के आलानेताओ की बैठक हुई। काग्रेंस ने अपने नवगठित प्रदेश पदाधिकारियों की परिचय बैठक की।भाजपा ने प्रदेश के तीनो विधानसभा उपचुनाव के क्षेत्र से संबंधित पार्टी आलानेताओं से चुनाव जीत का गणित जाना।
काग्रेंस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की नव मनोनीत प्रदेश पदाधिकारियों की रविवार को जयपुर पार्टी दफ्तर में पहली बैठक हुई। इस बाबत दिल्ली से जयपुर आये काग्रेंस राष्ट्रीय महामंत्री एवम काग्रेंस प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि पदाधिकारी विधायक मंत्री मण्डल मे जा सकते तो पूर्व विधायक बोर्ड निगम में मनोनीत हो सकते। साथ ही कहाँ"सत्ता से संगठन नहीं खडा होता, संगठन से सत्ता आती है"।
बात पुरानी नहीं! आपको याद होगा, मैने पीसीसी पदाधिकारी मनोनयन को लेकर सात दिन पहले 3 जनवरी को अपनी खबर मे"दोनों हाथ मे लड्डू"! सत्ता-संगठन दोनों का साथ सुख पाने की कवायद चल रही हैं। एक व्यक्ति एक पद सिध्दांत को दरकिनार कर एक दो मंत्री को प्रदेश पदाधिकारी बनाने की संभावना है। विधायक को पदाधिकारी मनोनीत कर अगले मंत्री मण्डल फेरबदल मे मंत्री बनने का मौका मिलने का रास्ता साफ किया जा रहा है। प्रभारी अजय माकन ने पहले पदाधिकारी बैठक मे,फिर प्रेस मे इस सच्चाई को बयान कर दिया। वैसे भी शिक्षा मंत्री डोटासरा प्रदेशाध्यक्ष मनोनीत होने के बाद मंत्री रह रहे, तो दूसरे क्यों नहीं? पीसीसी के दो पदाधिकारी के बैठक में नहीं आने की खबर भी है। जिला प्रभारी को जिले के बराबर दौरे करने, एक पखवाड़े मे जिलाध्यक्ष-ब्लॉक अध्यक्ष, जिलास्तरीय कमेटियों मे राजनैतिक नियुक्ति मनोनयन बाबत जिले के आलानेताओ से रायशुमारी मुकम्मल कर पैनल तैयार करने की हिदायत दी गई। मुख्यमंत्री गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट बैठक में नहीं आये। पीसीसी बैठक की ज्यादा बात नहीं कर, अब भाजपा बैठक के हाल बताते है।
जयपुर रविवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा.सतीश पुनिया, संगठन महामंत्री चन्द्र शेखर,प्रदेश महामंत्री भजन लाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश के तीन विधानसभा राजसमंद, सहाड़ा, सुजानगढ़ उपचुनाव को लेकर संबंधित विधानसभा के प्रभारी, जनप्रतिनिधियों, पार्टी जिलाध्यक्षो, चुनाव संचालन समिति सदस्यों से विधानसभा के मौजूदा राजनैतिक हालात, क्षेत्र की नगरनिकाय के मौजूदा चुनाव में भाजपा की सफलता हेतु योजना, जातिगत समीकरण, विधानसभा उपचुनाव संभावित उम्मीदवार ओर चुनाव जीत की बूथरचना पर विस्तार से चर्चा ओर सुझाव जाने है। तकरीबन चार घंटे से अधिक समय तक लम्बी चली इस बैठक में काग्रेंस के संभावित उम्मीदवार के मद्देनजर भाजपा किस समुदाय को अब उपचुनाव में मौका दे. साथ ही भाजपा के गत विधानसभा चुनाव में घोषित प्रत्याशी के बदले दूसरे किस किस समुदाय के नेताओं को अब उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है, जिससे चुनाव में फतह हासिल हो सके। पर विचार विमर्श हुआ है। उसमे मौजूदा नगरनिकाय चुनाव में विधानसभा क्षेत्र के बहुसंख्यक समुदाय के नेता को प्रमुख पद पर बैठाने ओर विधानसभा उपचुनाव में दुसरे नम्बर की आबादी के मतदाताओं वाले प्रत्याशी को उतारने पर चुनाव की हार जीत संम्भावना को खंगाला गया है।
भाजपा के आला प्रदेश संगठन के सूत्रों के मुताबिक़, चुरु जिले की सुजानगढ़ विधानसभा उपचुनाव की भाजपा प्रदेश मंत्री एवम चुनाव प्रबंधक प्रभारी विरेन्द्र पुनिया ने मुख्य जानकारी दी। जिसमे उपचुनाव बाबत प्रदेश संगठन का नारा"बूथ जीतो-चुनाव जीतो "को मुख्य आधार रख, विधानसभा के 268 बूथों की करीब 15 सौ पार्टी कार्यकर्ताओं को एक एक मतदाता से संम्पर्क करने, भाजपा समर्थन मतदान कराने की जिम्मेदारी देने की व्यवस्था बताई। इस बाबत 5बूथ को मिला कर एक शक्ति केन्द्र बनाने तथा मतदाता सूची के एक पेज के करीब 25-30 मतदाताओ पर एक कार्यकर्ता को पन्ना प्रमुख बनाने की तैयारी करने की जानकारी दी है। बैठक में गुजरे पंचायत चुनाव में सुजानगढ़ विधानसभा की दोनों पंचायत समिति सुजानगढ़, विद्यासर मे भाजपा का प्रधान निर्वाचित होने से विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के पक्ष का माहौल बना है। मौजूदा सुजानगढ़ नगर परिषद में काग्रेंस नेताओं द्वारा अपने फायदे के लिए वार्डों का मनमजी से परिसीमन कर उन्हें छोटा कर मुस्लिम समुदाय की आबादी के 15 वार्ड गठित करने की चर्चा चली।ऐसे ही विद्यासर नगरपालिका मे भाजपा सभापति को स्व.मंत्री द्वारा अपने प्रभाव में ले दलबदल करा काग्रेंस मे लेने की घटना के बाद अभी के नगरपालिका चुनाव पर जीत हार का समीकरण जाना।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में काग्रेंस के संभावित उम्मीदवार स्व.मंत्री मास्टर भंवर लाल के पुत्र कमल मेघवाल की दावेदारी के मद्देनजर रख, उपचुनाव में अब भाजपा के संभावित प्रत्याशियों पूर्व विधायक खेमाराम मेघवाल, विद्यासर नवनिर्वाचित प्रधान श्रीमती संतोष मेघवाल, दिवंगत भाजपा विधायक रावताराम के पुत्र विद्याधर आर्य ओर सुजानगढ़ नगरपालिका के पूर्व भाजपा पालिका प्रतिपक्ष नेता एवम महामंत्री गणेश मडावरिया( रेगर) के नाम संम्भावित भाजपा उम्मीदवार के दौर पर चर्चा हुई। सुजानगढ़ नगरपालिका मे पांच दफे पार्षद निर्वाचित होने वाले गणेश मडावरिया पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी पैनल में थे। ओर इस दफे भी गणेश मडावरिया भाजपा के नये चेहरे मे प्रमुख दावेदार है। बैठक में चुरु जिले केभाजपा जिला प्रभारी रामगोपाल सुथार,जिलाध्यक्ष धर्मवीर पूजारी, निवृतमान जिलाध्यक्ष पंकज गुप्ता, चुनाव प्रभारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, प्रदेश पदाधिकारी प्रभारी हरलाल रणवां, निर्मल कुमावत, चुनाव प्रंबधक प्रभारी ओमप्रकाश सारस्वत, विधायक अभिनेष महर्षि, पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां ने भी अपने सुझाव दिए हैं।
राजसंमद विधानसभा उपचुनाव भाजपा की प्रतिष्ठा से जुडा है। यहां भाजपा की पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी के निधन से उपचुनाव हो रहा। आलासूत्रो के मुताबिक बैठक में जिला प्रभारी दामोदर अग्रवाल ने प्रदेश आलानेता को राजसंमद विधानसभा की बडे प्रभावी ढंग से क्षेत्र की मौजूदा राजनैतिक, जातिगत समीकरण,उपचुनाव मे काग्रेंस के संभावित उम्मीदवार के मद्देनजर भाजपा की चुनाव में संम्भावना, क्षेत्र के सभी बूथ पर एक एक पन्ना प्रमुख को दायित्व ओर राजसंमद नगरपालिका चुनाव की जानकारी दी। अग्रवाल ने गुजरे पंचायत चुनाव में राजसंमद प्रधान पद पर भाजपा के पंचायत समिति सदस्य अरविंद सिंह के बागी चुनाव लड काग्रेंस सहयोग से निर्दलीय प्रधान निर्वाचित होने तथा मौजूदा नगरपालिका चुनाव में भाजपा का कैसे बहुमत आ सके तथा चेयरमैन निर्वाचित कराने हेतु तैयारियो की जानकारी दी। बैठक में भाजपा के विधानसभा उपचुनाव में प्रमुख दावेदार मे दिवंगत पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी की पुत्री दीप्ति माहेश्वरी का, दिवंगत पूर्व सांसद हरिओमसिंह के पुत्र कर्णसिंह, जिलाउपाध्यक्ष महेन्द्र कोठारी के नाम पर चर्चा होने की जानकारी प्राप्त हुई हैं। बैठक में राजसंमद क्षेत्र के संम्भाग प्रभारी हेमराज मीणा, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पुरोहित, चुनाव प्रभारी पूर्व मंत्री मदन दिलावर,वासुदेव देवनानी, चुन्नीलाल गरासिया,वीरेंद्र सिंह चौहान ने उपचुनाव के लिए अपने अलग सुझाव पैश किये।