चीन में हो रहा जिनपिंग का विरोध, अपने ही देश को बर्बाद करने का आरोप

     चीन के प्रमुख राजनीतिक स्कूल की एक पूर्व प्रोफेसर ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के 'सेंट्रल पार्टी स्कूल' में लोकतांत्रिक राजनीति की प्रोफेसर रहीं काई शिआ ने आरोप लगाया है कि जिनपिंग का अब अपनी ही पार्टी के भीतर काफी विरोध हो रहा है. एक वक्त में शी जिनपिंग सेंट्रल पार्टी स्कूल के प्रमुख हुआ करते थे. इंटरव्यू में Cai Xia ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर आरोप लगाया है कि वे अपने ही देश को बर्बाद कर रहे हैं. Cai Xia का कहना है कि जिनपिंग चीन को तबाही की ओर ले जा रहे हैं.



     पूर्व प्रोफेसर काई शिआ का कहना है कि चीन की सत्ता में मौजूद कम्युनिस्ट पार्टी से और भी लोग बाहर आना चाहते हैं. इससे पहले सोमवार को एक ऑडियो लीक होने के बाद काई शिआ को पार्टी से निकाल दिया गया था. कथित रूप से ऑडियो में वे जिनपिंग की आलोचना कर रही थीं. वहीं, चीन के 'सेंट्रल पार्टी स्कूल' ने एक बयान में कहा था कि काई शिआ 1992 से ही प्रोफेसर थीं. उनके कमेन्ट से देश की प्रतिष्ठा को क्षति पहुंची. वहीं शिआ ने कहा कि वे पार्टी से निकाले जाने से खुश हैं.


     इस सवाल के जवाब में कि जिनपिंग चीन को दुनिया के खिलाफ क्यों खड़ा कर रहे हैं, काई शिआ ने कहा- 'जिनपिंग के शासन में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी विकास के लिए काम नहीं कर रही, बल्कि यह विकास में बाधा बन रही है. मैं मानती हूं कि पार्टी से बाहर होने की इच्छा रखने वाली मैं अकेली नहीं हूं. मैं कई साल पहले ही पार्टी छोड़ने का मन बना चुकी थी.'


     काई शिआ ने चीन को 'दुनिया का दुश्मन' बनाने के लिए शी जिनपिंग को ही जिम्मेदार ठहराया. काई शिआ ने कहा कि पार्टी में तमाम विरोध के बावजूद लोग इसलिए बोलते नहीं हैं क्योंकि वे डरते हैं कि उनसे राजनीतिक बदला लिया जा सकता है और या उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा सकता है. काई शिया ने कहा कि चूंकि जिनपिंग की जांच करने वाला कोई नहीं है, इसी वजह से कई गलतियां हुईं, जैसे कि कोरोना महामारी को हैंडल करना.