भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद- आईसीएमआर के रमन गंगाखेडकर ने बताया कि- चीन में हुए शोध से ये मालूम हुआ है कि ये वायरस चमगादड़ों से आया है। चमगादड़ ने इसे पैंगोलिंस में ट्रांसफर किया होगा, पैंगोलिन से ये मनुष्यों में आ गया। उन्होंने कहा कि- हमने निगरानी भी की, जिसमें हमने पाया कि चमगादड़ दो प्रकार के होते हैं जिनमें कोरोना वायरस होता है जो शायद 1000 साल में एक बार मनुष्यों में पहुंचे।
कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में लगातार बढ़ रहा है। देश में पिछले 24 घंटे में 1076 पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 11439 हो गई है। वहीं, पिछले 24 घंटे में कोरोना से 38 लोगों की मौत हुई है, जिससे कोविड-19 महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 377 पहुंच गया है।
भारत के वैज्ञानिकों ने देश के 4 राज्यों में चमगादड़ों के नमूनों में बैट कोरोना वायरस (बीटी सीओवी) होने की पुष्टि की थी। वैज्ञानिकों का कहना था कि यह कोरोना वायरस कोविड-19 बीमारी के कोरोना वायरस सार्स सीओवी2 से मिलता जुलता हो सकता है। डॉक्टर प्रज्ञा यादव के नेतृत्व में हुए इस शोध का मकसद यह जानना था कि कोरोना वायरस की प्रजाति के कौन से और वायरस चमगादड़ या अन्य जीवों में मौजूद हो सकते हैं। यह शोध इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित हुआ है।