बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी की चर्चा की साथ ही कहा कि पार्टी में रहकर सही बात कहने की गुंजाइश नहीं थी। सिंधिया ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को धन्यवाद दिया।
- भोपाल में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सिंधिया कांग्रेस पर जमकर बरसे
- कांग्रेस से बगावत पर ज्योतिरादित्य बोले, सिंधिया परिवार का खून है, जो सही है वही बोलता है
- ज्योतिरादित्य ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की तारीफ की
- (Photo - बीजेपी ऑफिस में ज्योतिरादित्य)
बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भोपाल के बीजेपी कार्यालय पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सिंधिया कांग्रेस पर जमकर गरजे। ज्योतिरादित्य ने कहा प्रदेश में जो हालात हैं उनका जिक्र नहीं करूंगा मैं इतना ही कहूंगा कि आपने तो बाहर से देखा है लेकिन अंदर रहकर आलोचना करना बहुत मुश्किल है।
कांग्रेस से बगावत का जिक्र करते हुए ज्योतिरादित्य ने कहा, 'यह सिंधिया परिवार का खून है, जो सही है वही बोलता है। मैंने अतिथि विद्वानों की बात उठाई, मंदसौर में किसानों के ऊपर केस वापस लेने की बात उठाई। मैंने कहा कि अगर इनके मुद्दे पूरे नहीं हुए तो मुझे सड़क पर उतरना होगा तो मुझे कहा गया उतर जाओ। लेकिन जब सिंधिया परिवाार को ललकारा जाता है तो सिंधिया परिवार चुप नहीं रहता।'
भावुक हुए ज्योतिरादित्य - इससे पहले पूर्व कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य ने कहा, यह मेरे लिए बहुत भावुक दिन है क्योंकि जिस संगठन और जिस परिवार में मैंने 20 साल बिताए, जिस संगठन के लिए मैंने कड़ी मेहनत की, मैं वह सब पीछे छोड़कर अपने आपको आपके हवाले करने जा रहा हूं।' उन्होंने आगे कहा, 'यह दिन मेरे लिए इसलिए भी भावुक है और मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं कि इस परिवार (बीजेपी) ने अपने दरवाजे मेरे लिए खोले हैं। मुझे पीएम मोदी जी, नड्डा साहेब और अमित भाई का आशीर्वाद मिला।'
खुलकर की शिवराज चौहान की तारीफ - बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए सिंधिया बोले, 'अगर प्रदेश में दो नेता हैं जो शायद अपनी कार में एसी न चलाएं वो केवल शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। मेरी आशा है कि आप एक हैं और हम एक हैं, और जब एक और एक मिल जाए तो 2 नहीं 11 होने चाहिए। शिवराज सिंह जैसा हमेशा जनता के समर्पित और जनता के प्रति सब कुछ न्योछावर करने वाला कार्यकर्ता शायद बिरला ही रहा हो। कई लोग कहेंगे कि सिंधिया जी आज ही क्यों कह रहे हैं, मैंने खुले में भी यह बात कही है। मैं संकोच करने वाला शख्स नहीं हूं।'