भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान में बीकानेर जिले के छत्तरगढ़ थाना क्षेत्र में शनिवार को एक संदिग्ध कबूतर मिला। इसके पंखों पर लिखे संदेश व पैर में बंधे छल्ले ने संदेह के हालात पैदा कर दिए। इसकी सूचना पर पुलिस वहां पहुंची औ इसे थाने ले आई। छत्तरगढ़ पुलिस थाना अधिकारी सुरेन्द्र बारूपाल ने बताया कि मोतीगढ़ गांव में हाजी जमाल खां के घर यह संदिग्ध कबूतर पहुंचा।
इस संदिग्ध कबूतर के पंखों पर चारणपुर से लाहौर तक की दूरी 225 किमी और कई शहरों के नाम उकेरे गए है। इसके पंजों पर छल्ला बंधा है जिस पर नंबर के साथ कुछ शहरों के नाम भी लिखे हुए हैं। यहां पाकिस्तान से सटे इलाको में पाकिस्तानी की तरह से जासूसी के लिए कबूतर और बाज भेजने के मामले सामने आते रहते हैं। पुलिस ने सेना,बीएसएफ और सुरक्षा एजेंसियों को भी इस कबूतर के बारे में बता दिया है। जरूरत पड़ी तो कबूतर को वेटनरी विवि बीकानेर भेजकर चिकित्सा परीक्षण भी कराया जा सकता है।
जब जांच एजेंसियों के लिए मुसीबत बना था कबूतर - कुछ महीने पहले (सितंबर 2019) भी पाकिस्तान से आए एक कबूतर ने भारतीय जांच एजेंसियों को परेशान कर रखा था। यह कबूतर पाकिस्तान से उड़कर राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में 61 एफ गांव में आया था। कबूतर एक किसान लखविंद्र सिंह के खेत में बैठा था। किसान को कबूतर संदिग्ध नजर आया तो उसने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस के साथ बीएसएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे और कबूतर को अपने कब्जे में ले गए थे।
दो दिन तक इस कबूतर को श्रीकरणपुर पुलिस थाने में एक पिंजरे में रखा गया था। बीएसएफ और पुलिस अधिकारियों ने अपने स्तर पर जांच करने के बाद अन्य जांच एजेंसियों को सूचना दी गई थी। इस कबूतर की जांच के लिए दिल्ली से भी एक्सपर्ट मंगवाए गए थे।