भारत इन दिनों कोरोना वायरस की दहशत से जूझ रहा है। अभी तक देश में कुल 31 लोग कोरोना वायरस से पीड़ित बताए गए हैं। वहीं, आज लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश में पांच मार्च तक कुल 29,607 लोगों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि यह आंकड़ा आज 30 हजार को छू गया होगा।
लोकसभा में राहुल गांधी, मनोज कोटक और अदूर प्रकाश के प्रश्नों के लिखित उत्तर में स्वास्थ्य मंत्री ने यह जानकारी दी है।उन्होंने कहा, 'पांच मार्च, 2020 तक के आंकड़ों के मुताबिक 29,607 लोग कोविड-19 के लिए बने एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईएसडीपी) के तहत रखे जाने की जानकारी है।'
हर्षवर्धन ने कहा कि चीन के वुहान शहर से पिछले महीने जिन 654 लोगों को यहां लाया गया था। इनकी करोना वायरस के संबंध में दो बार जांच की गई और दोनों बार ही रिपोर्ट नकारात्मक रही। ऐसे में इन लोगों को 17 और 18 फरवरी को छुट्टी दे दी गई। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रसार पर रोक के मकसद से प्रमुख हवाई अड्डों और दूसरे स्थानों पर स्क्रीनिंग की प्रभावी व्यवस्था की गई है। कोरोना वायरस का खतरा पांच नए केसों को देखते हुए बढ़ता हुआ दिख रहा है। भारतीय सरकार ने बीते सोमवार दो लोगों में कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव मिलने की पुष्टि की, इनमें से एक के नई दिल्ली और दूसरा केस तेलंगाना में पाया गया। ऐसे में भारत में अब तक COVID-19 के पांच नए केस मिले हैं।
सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए नागरिकों से अपील की है कि इस स्थिति से डरें नहीं बल्कि थोड़ी भी आशंका होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।वहीं, हेल्पलाइन (011/2397-8046) जारी करते हुए सरकार ने कहा कि अगर वायरस से जुड़े कोई भी लक्षण देखने को मिलते हैं, तो तुंरत इस हेल्पलाइन पर फोन करके जानकारी दें।