बीवी, बच्चे किसी पर बोझ न बनें इसलिए उन्हें भी साथ ले जा रहा हूं : इंजीनियर का सुसाइड नोट

     सॉफ्टवेयर कर्मचारी ने यहां कथित तौर पर अपनी पत्नी और दो बेटों की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि करीब सात लाख रुपए के कर्ज में डूबे व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी 28 वर्षीय पत्नी और छह वर्षीय तथा 18 माह के बेटे को शनिवार (29 फरवरी) को विषाक्त भोजन खिला दिया और उसके बाद खुद भी जहर खा लिया।



     उन्होंने बताया कि शनिवार (29 फरवरी) को वे फोन नहीं उठा रहे थे, जिसके बाद उनका एक रिश्तेदार हस्थिनापुरम स्थित उनके घर गया। घर का दरवाजा बंद होने और किसी के अंदर से कोई जवाब ना देने के बाद उन्होंने पुलिस को बुलाया। उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों और पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया और अंदर से क्षत-विक्षत शव बरामद हुए।


   कमरे से व्यक्ति द्वारा अपने पिता को लिखा एक पत्र भी मिला। पत्र में उसने कर्ज ना चुका पाने और पिता का ध्यान ना रख पाने की अपनी बेबसी भी जाहिर की थी। उसने लिखा, ''मैं नहीं चाहता कि कोई भी मुझसे कर्ज के बारे में सवाल करे। मैं कई दिनों से सोया नहीं हूं... मैं डरा हुआ हूं। मैं नहीं चाहता कि मेरी पत्नी और बच्चे किसी पर बोझ बने इसलिए उन्हें भी अपने साथ ले जा रहा हूं।" पुलिस ने रिश्तेदारों की शिकायत के आधार पर भादंवि की धारा 302 और सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।