होली पार्टी के प्लान बना रहे अहमदाबाद के लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। गुजरात में शराब नहीं होने के कारण अमूमन लोग पार्टी करने उदयपुर या माउंट आबू जाते हैं। हालांकि, इस बार कोरोना वायरस के डर से वे कहीं जा भी नहीं पा रहे और पुलिस की सख्ती के कारण पार्टी भी नहीं कर पा रहे।
कोरोना वायरस के डर से लोग होली की पार्टी करने कहीं बाहर नहीं जा रहे हैं। ऐसे में अहमदाबाद पुलिस इस बात को लेकर चौकन्नी है कि बाहर के राज्यों से अवैध शराब न लाई जाए। इसके लिए पुलिस ने गाड़ियां चेक करनी शुरू कर दी हैं। ऐसी जगहों की छापेमारी भी की जाती है जहां रेव पार्टियां हो सकती हैं। इसके साथ ही शराब के दाम भी बढ़ गए हैं।
न्यू इयर की तरह की जाएगी चेकिंग - इस बारे में अहमदाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक राजेंद्र आसरी ने बताया, 'हमने 31 दिसंबर की तरह ही ऐक्शन प्लान लागू करने वाले हैं जिससे किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके। इसके तहत अवैध पार्टियों को भी रोका जाएगा।' आसरी ने बताया, 'स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप, लोकल क्राइम ब्रांच और ऐब्सकोंडर टीम को अलर्ट पर रखा गया है और संदिग्ध मामलों को ट्रेस करना शुरू कर दिया गया है।' सभी पुलिस स्टेशनों से उनके इलाकों के फार्महाउस पर नजर रखने को कहा गया है।
दो-तीन गुना बढ़े दाम - पुलिसिया कार्रवाई के कड़ी होने के साथ ही शराब के दाम और उपलब्धता पर असर पड़ा है। सूत्रों के मुताबिक मशहूर ब्रैंड्स की कमी हो गई है जो अमूमन त्योहार के वक्त डिमांड में रहते हैं। इसके अलावा सप्लाई की कमी के कारण शराब के दाम दो से तीन गुना तक बढ़ गए हैं। ग्लेनफिडिच और ग्लेनलिवेट सिंगल माल्ट स्कॉच विस्की की 12 साल पुरानी 750 मिलीलीटर बोतल की कीमत 5,500 रुपये और 6,000 रुपये की होती है लेकिन तस्करी के बाद 8,000 और 9,000 में मिलती है।
कोरोना का भी डर - वहीं, 1,400 से 2,300 रुपये के बीच मिलने वाली बोतलों की कीमत 3000 रुपये और उससे भी ज्यादा की मिल रही है। शहर के कुछ युवाओं ने बताया, 'गुजरात में ड्रिंक करना अवैध है। इसलिए हम उदयपुर पार्टी करने जाते हैं जो सबसे पास है। हालांकि, कोरोना वायरस के डर से हम रिस्क नहीं लेना चाहते। इसी वक्त अहमदाबाद और आसपास के इलाकों में जहां फार्महाउस होते हैं, वहां कड़ी चेकिंग के कारण हम किसी परेशानी में फंसना नहीं चाहते।'