कहा- दादा ने सिखाया... विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने लगातार चौथा टेस्ट पारी से जीता और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. (Photo - विराट कोहली और सौरव गांगुली)
कोलकाता - विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने लगातार चौथा टेस्ट पारी से जीता और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. टीम इंडिया के कप्तान ने भारतीय टीम के आक्रामक रवैये का श्रेय सौरव गांगुली को दिया. उन्होंने कहा कि दादा की टीम ने यह सब शुरू किया था. बता दें कि तेज गेंदबाजों के जबरदस्त प्रदर्शन के बूते भारत ने बांग्लादेश को कोलकाता टेस्ट में पारी और 46 रन से हराकर टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली. मैच के बाद कोहली ने तेज गेंदबाजों की काफी तारीफ की और बताया कि टीम का सकारात्मक रवैया एकजुट होकर खेलने में मदद कर रहा है.
'3-4 सालों की कड़ी मेहनत का फल मिल रहा है' - कोहली ने कहा, 'विचार यही है कि खुद को मैदान में साबित किया जाए. टेस्ट क्रिकेट मानसिक लड़ाई है, हम सबको यह पता है. मेरा कहना है कि पहले बल्लेबाज को चोटिल या नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं होती थी. केवल यही था कि सामने वाले के दिमाग को पढ़ना और उसे उसी तरह से आउट करना है लेकिन अब हम सामने डटना और पलटकर जवाब देना सीख गए हैं. यह सब दादा की टीम से शुरू हुआ और हम इसे ही आगे बढ़ा रहे हैं. अभी के तेज गेंदबाज निडर है और उनका मानना है कि वे किसी भी बल्लेबाज का सामना कर सकते हैं. पिछले 3-4 सालों में हमने जो भी कड़ी मेहनत की थी अब उसका ही फल मिल रहा है.'
नेगेटिव माइंडसेट से दूर हैं तेज गेंदबाज' - तेज गेंदबाजों के जबरदस्त प्रदर्शन पर कोहली ने कहा, 'यदि आपको लगता है कि तेज गेंदबाज मुकाबले में नहीं हैं तो आप पहले से ही नेगेटिव माइंडसेट में चले जाते हैं. जिस तरह से यह लोग बॉलिंग कर रहे हैं उसे देखकर लगता है कि ये किसी भी पिच पर विकेट ले सकते हैं फिर चाहे देश हो विदेश. स्पिनर्स को भी ऐसा ही करना चाहिए. अगर वे घर से बाहर खेलते हैं तो उन्हें ऐसा सोचना चाहिए कि वे 5 विकेट ले सकते हैं. इसलिए मुझे लगता है कि पूरा मसला माइंडसेट का है.'
उन्होंने गेंदबाजों के प्रदर्शन के बारे में कहा, 'ये लोग अच्छे प्रदर्शन को बेताब हैं और मुझे लगता है कि संभावनाओं को भुनाने के लिए हम सही काम कर रहे हैं. इस टीम में सभी लोग इसका आनंद ले रहे हैं. यह हमारी खास बात है.' विराट कोहली ने बताया कि उनकी टीम मैदान और इसके बाहर खुद को व्यक्त करने से परहेज नहीं करते हैं. वे किसी से भी टकराने को तैयार हैं. उन्होंने सौरव गांगुली के कप्तानी के दिनों वाले माइंडसेट की तारीफ की और कहा कि इससे टीम इंडिया के खेलने का तरीका बदला है.