इजरायल की वायुसेना एक्शन में है. उसने गाजा पट्टी में 'इस्लामिक जिहाद' के आतंकी ठिकानों पर धुआंधार बम बरसाए हैं. जिसकी वजह से 34 संदिग्ध आतंकियों के मारे जाने की खबर है.
इजरायल की सेना ने सैटेलाइट से हासिल की थी तस्वीरें - इजरायली एयफोर्स ने बेहद सटीक निशाना लगाते हुए 'इस्लामिक जिहाद' के ठिकानों को निशाना बनाया और 34 आतंकियों को मार गिराया. इतनी मौतों के बाद गुरुवार 14 नंवबर को फिलीस्तीनी गाजा के आतंकी समूह ''इस्लामिक जिहाद'' संघर्ष विराम पर सहमति जताने के लिए मजबूर हो गया.लेकिन इरायल के विदेश मंत्री का कहना है कि आतंकवादियों को चुन-चुन कर मारने का काम जारी रहेगा। इस्लामिक जिहाद के प्रवक्ता मुसब अल बरीम ने कहा कि संगठन ने अपने नेताओं को इजरायली सेना की ओर से निशाना नहीं बनाए जाने सहित कई माँगें की थी, जिसे स्वीकार किए जाने के बाद सघंर्ष विराम पर सहमति बनी. मगर इजरायली सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एविचे एडराई ने कहा है कि ऐसे किसी समझौते की पुष्टि नहीं हुई है. (Photo - इजरायली वायुसेना का इस्लामिक जिहाद पर हमला)
उधर चल रहा था समझौता इधर आतंकी दागने लगे मिसाइल - जिस समय फिलीस्तीनी आतंकी समूह 'इस्लामिक जिहाद' इजरायल से दया की भीख माँग रहा था, दूसरी तरफ संघर्ष विराम लागू होने के बाद भी लगभग 20 रॉकेट दागे गए. फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आतंकी संगठन ने संघर्ष विराम के बावजूद इजरायल पर हमले किए. जिसके बाद इजरायल ने भी जवाब दिया.
इस्राइल में गाजा पट्टी से शुक्रवार को भी कई रॉकेट दागे गए. इन रॉकेटों में से अधिकतर को मिसाइल रक्षा प्रणाली आयरन डोम ने हवा में ही नष्ट कर दिया जबकि कुछ जमीन पर भी आकर गिरे. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इन रॉकेट को जानबूझकर दागा गया या टाइमर की वजह से ये स्वत: ही प्रक्षेपित हुए. 'इस्लामिक जिहाद' का प्रवक्ता ताजा हमलों को संघर्ष विराम की जानकारी नहीं पहुंचने का नतीजा बताकर अपना पल्ला झाड़ रहा है. इस्लामिक जिहाद के प्रवक्ता मुसब अल बरीम ने बताया कि मिस्र की मध्यस्थता से गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे संघर्ष विराम प्रभावी हुआ. बरीम के ऐलान के कुछ घंटे बाद ही रॉकेट गाजा से दागे गए.
इसलिए इजरायल में फिर छिड़ा है संघर्ष - 2 नवंबर को इजरायल ने फिलिस्तीन के सबसे बड़े जिहादी आतंकवादी को मार गिराने में सफलता हासिल की. आतंकी सरगना बहा अबू अल-अता का पता लगाकर उसके घर में मिसाइल दागी गई. जिसमें वह अपनी बीवी समेत मारा गया. इजरायल सरकार के मुताबिक अबू-अल अता एक 'बम' था, जो पूरे इजरायल को तबाह करने का सपना लिए कई आतंकी हमले की साजिश रच रहा था. इसके बाद आतंकी संगठन 'फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद' ने इजरायल की ओर कम से कम 200 रॉकेट दागे और बदला लेने की धमकी दी। ये रॉकेट इजरायल के राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरे, जिसमें कई लोग घायल हो गए और पूरे इलाके में दहशत फैल गई.
इसके बाद इजरायली वायुसेना ने भी जवाबी कार्रवाई शुरु की. दो दिनों की गोलाबारी में तकरीबन 34 फिलीस्तीनी आतंकवादी मारे गए और कई घायल हुए इजराइल की सेना ने शुक्रवार 15 नवंबर सुबह में बताया कि उसने गाजा में इस्लामिक जिहाद से जुड़े ठिकानों पर नए सिरे से हमले शुरू किए, क्योंकि उसने गुरुवार सुबह युद्धविराम लागू होने के बावजूद इजरायल में कई रॉकेट दागे हैं. इजरायली सेना ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए एक ट्वीट में कहा, “आईडीएफ (इजरायली रक्षा बल) इस समय गाजा पट्टी में इस्लामिक जिहाद के आतंकी ठिकानों पर हमला कर रहा है.”