विक्षुब्धों के लिए खुला सुदेश महतो का द्वार - 2019 झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए जैसे-जैसे चुनावी बिसात बिछ रही है। वैसे-वैसे विक्षुब्धों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। भाजपा, कांग्रेस और झामुमो से टिकट की आस लगा रखे ऐसे संभावित प्रत्याशी अब उम्मीदवारों के एलान के बाद आजसू के पाले में आने को आतुर दिख रहे हैं। विक्षुब्धों की पहली पसंद बनी आजसू पार्टी में आज कई दिग्गज शामिल हुए। इस बारे में सुदेश महतो ने मंगलवार को दोपहर 2 बजे प्रेस कांफ्रेंस किया।
प्रेस वार्ता में सुदेश महतो ने कहा कि एनडीए गठबंधन मेें बने रहने के लिए वे भाजपा के जवाब का इंतजार कर रहे हैं। कहा कि उधर से जवाब आने पर वे भी जवाब देने में देरी नहीं करेंगे। सुदेश ने सीटों को लेकर तालमेल नहीं बनने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि लोहरदगा और चंदनकियारी आजसू की सीटें थीं। भाजपा इस सीट के लिए बाहर से प्रत्याशी लाई। सुदेश ने कहा कि दूसरे दलों के और भी नेता आजसू में आने के लिए तैयार हैं
विक्षुब्धों के लिए खुला आजसू का द्वार, राधाकृष्ण-आरती समेत कई दर पर पहुंचे - भाजपा के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने इस क्रम में सुदेश महतो से मिलकर आजसू का दामन थामा। उन्हें भाजपा से टिकट नहीं मिला है। आजसू में शामिल हो रहे राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि फूल छोड़कर फल प्राप्त कर रहा हूं। भाजपा छोड़ने के सवाल पर बोले कि जहां निष्ठा एवं समर्पण की कद्र न हो, वहां से निकलना ही बेहतर है। कांग्रेस के सरोज दुबे ने भी सुदेश महतो की उपस्थिति में आजसू पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
अब तक की जानकारी के मुताबिक भाजपा के राधाकृष्ण किशोर ने आजसू ज्वाइन कर लिया है। तिलेश्वर साहू की पत्नी साबी देवी भी यहां पहुंचीं। इन्हें कांग्रेस ने बरही से टिकट नहीं दिया है। साबी देवी को भी बरही से आजसू पार्टी टिकट दे रही है। साबी ने कहा, गलती हुई थी कि आजसू छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। भाजपा की नेत्री आरती कुजूर भी टिकट की आस में सुदेश महतो के आवास पहुंची हैं। वह राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष हैं। यहां चुपके-चुपके सुदेश महतो से मिलने लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा के छोटे पुत्र अमरनाथ मुंडा भी पहुंचे। इस क्रम में पहचान उजागर होते ही वे चेहरा छिपाकर मीडिया से बचते हुए निकल गए।